बहुत आशा छल जे विदेह पर विधान के सम्मान हेतैक,
मनमानीके तरीका छोड़ि प्रजातंत्र के पूरा अरमान हेतैक!
अफसोस, काल्हि रात्रिकाल ग्रुप के एडमिन श्री उमेश मंडल जी द्वारा बिना पूर्व सूचना किछु पोस्ट मेटा देल गेल। जे पोस्टमें कोनो आयोजन प्रति आवश्यक कमजोरी सभके लेल किछु विन्दु उठायल गेल छल आ संगहि ताहि त्रुटिके सुधार करैत एक सुन्दर समारोह लेल मंशा जाहिर कैल गेल छल। जहाँतक स्मरण अछि जे ओ पोस्ट ग्रुपके किछु सम्माननीय सदस्यगण द्वारा समर्थन लाइकरूपमें सेहो कैल गेल छल - श्री अनिल मल्लिकजी हमरा स्मृतिमें छथि। श्री कृष्णानन्द चौधरीके सेहो किछु कमेन्ट ताहिके संग आ मिथिला-मैथिलीके सम्मानवृद्धिके लेल वास्तविकताके अनुपालनक अनुशंसा के संग आयल छल। एक बेर आरो स्पष्ट कय दी जे कोनो विन्दुपर जखन स्वस्थ बहस लेल कोनो बात उठैक तेकरा समुचित स्थान नहि देबैक आ अपन मन-मर्जी के अनुरूप मेटाबयके हथियार प्रयोग करबैक तऽ एहिमें स्पष्ट भेलैक जे तर्कसंगत आ न्याय नहि हेतैक। पता नहि, उमेशजी संग एहि लेल निजी पत्राचार द्वारा प्रश्न सेहो उठायल मुदा ओ एखन धरि चुप छथि। खैर....! एहेन घटनाके हम अत्याचार मानैत श्री गजेन्द्र ठाकुरजी जिनक आमंत्रणपर हम पुनः इ ग्रुप ज्वाइन केने रही हुनकर न्यायपूर्ण समाधान तक पुनः एको पोस्ट नहि कय सकब, नहि जाइन जे किनको पसिन्न पड़तनि ओ ीक आ जे पसिन्न सऽ बाहर हेतैक ओ बेठीक। तखन... समय के बर्बादी उचित नहि।
धन्यवाद!
हरिः हरः!
पुनश्च: अहिंसात्मक प्रतिकार स्वरूप आ समुचित ज्ञान हेतु हमहुँ अपन लगानी कैल समस्त समय आ अपन visheshaadhikaar ke prayog pratikriyaswaroop karait apan sabh post delete karait Umesh Mandal Jee ke agrim sahayog kayalahu, muda o sabh post ke record surakshit achhi kaaran ohi me bahut gota ke bahut yogadaan chhalanhi aa taahi ke sammaan hoyab jaruri chhal. Tadaapi, yadi kinko hamar ehi reaction sa kashta pahuchal hoy ta maaf karab. Lekin prejudiced minded action lel shrewd minded reaction ke avenge kahal gel chhaik, by course of law, it is natural reaction.
Tuesday, January 3, 2012
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Pravin Narayan Choudhary
बहुत आशा छल जे विदेह पर विधान के सम्मान हेतैक,
मनमानीके तरीका छोड़ि प्रजातंत्र के पूरा अरमान हेतैक!
अफसोस, काल्हि रात्रिकाल ग्रुप के एडमिन श्री उमेश मंडल जी द्वारा बिना पूर्व सूचना किछु पोस्ट मेटा देल गेल। जे पोस्टमें कोनो आयोजन प्रति आवश्यक कमजोरी सभके लेल किछु विन्दु उठायल गेल छल आ संगहि ताहि त्रुटिके सुधार करैत एक सुन्दर समारोह लेल मंशा जाहिर कैल गेल छल। जहाँतक स्मरण अछि जे ओ पोस्ट ग्रुपके किछु सम्माननीय सदस्यगण द्वारा समर्थन लाइकरूपमें सेहो कैल गेल छल - श्री अनिल मल्लिकजी हमरा स्मृतिमें छथि। श्री कृष्णानन्द चौधरीके सेहो किछु कमेन्ट ताहिके संग आ मिथिला-मैथिलीके सम्मानवृद्धिके लेल वास्तविकताके अनुपालनक अनुशंसा के संग आयल छल। एक बेर आरो स्पष्ट कय दी जे कोनो विन्दुपर जखन स्वस्थ बहस लेल कोनो बात उठैक तेकरा समुचित स्थान नहि देबैक आ अपन मन-मर्जी के अनुरूप मेटाबयके हथियार प्रयोग करबैक तऽ एहिमें स्पष्ट भेलैक जे तर्कसंगत आ न्याय नहि हेतैक। पता नहि, उमेशजी संग एहि लेल निजी पत्राचार द्वारा प्रश्न सेहो उठायल मुदा ओ एखन धरि चुप छथि। खैर....! एहेन घटनाके हम अत्याचार मानैत श्री गजेन्द्र ठाकुरजी जिनक आमंत्रणपर हम पुनः इ ग्रुप ज्वाइन केने रही हुनकर न्यायपूर्ण समाधान तक पुनः एको पोस्ट नहि कय सकब, नहि जाइन जे किनको पसिन्न पड़तनि ओ ीक आ जे पसिन्न सऽ बाहर हेतैक ओ बेठीक। तखन... समय के बर्बादी उचित नहि।
धन्यवाद!
हरिः हरः!
पुनश्च: अहिंसात्मक प्रतिकार स्वरूप आ समुचित ज्ञान हेतु हमहुँ अपन लगानी कैल समस्त समय आ अपन visheshaadhikaar ke prayog pratikriyaswaroop karait apan sabh post delete karait Umesh Mandal Jee ke agrim sahayog kayalahu, muda o sabh post ke record surakshit achhi kaaran ohi me bahut gota ke bahut yogadaan chhalanhi aa taahi ke sammaan hoyab jaruri chhal. Tadaapi, yadi kinko hamar ehi reaction sa kashta pahuchal hoy ta maaf karab. Lekin prejudiced minded action lel shrewd minded reaction ke avenge kahal gel chhaik, by course of law, it is natural reaction.
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Anil Mallik
Pravin Narayan Choudhary ji, Umesh Mandal ji:प्रबिण जी आ हम बिराटनगर मे रहैत छी, हमर ब्यक्तिगत बिचार अछि की ओ मिथिला,मैथिली उत्थान हेतु कृत संकल्पित,स्पष्ट बक्ता तथा कूरिती बिरोधी लोक छथि ! हम ई बात मानब कि काल्ही’क बार्तालाप लम्बा, हतोत्साहित करय बाला जानि पडल हेतैन्ह, मुदा एहन परिस्थिती मे प्रबिण जी के बार्तालाप'क बिचो रोकबा'क हेतु"मेसेज" कायल जेनाई उचित होईत! हम एहन सार्बजनिक टिप्पणी सँ भरिस'क बचय चाहैत छी, हमरा स्मरण अछि जे कहियो हम मित्र लोकन्हि के सार्थक बात आगु बढेबा'क बातचित के बिच "मेसेज" केने छलहुँ जखन कि हम बातचित मे सहभागी नै छलहुँ !एकटा मित्र के त हुनकर पोष्ट के "सोर्स" तक लिखय पडल ! खैर, हमर कहब सभ पक्ष सँ कि सोसल साईट'क मर्यादा’क पालन होय, ब्यक्तिगत आक्षेप,कटाक्ष सँ दुर रहि, सभ मिल एक दोसर के हौसला प्रदान करि, साथे कोनो सुझाव - आलोचना भेटय तs मनन करि आ सम्बन्धित पक्ष के सुसुचित करि! हम उमेश जी सँ सेहो सहमत छि कि हुत्थैबाला मानसिकता निक नै, त दोसर तरफ प्रबिण जी सँ सेहो सहमत छि कि सुचना के अधिकार के हनन भेलन्हि तखैन आब कि? किछ नै..तुल नै दियौ बात के ! साथ मिल कs काज करु आ हमर ई कमेन्ट समेत, प्रबिण जी अपन आजु'क आ उमेश जी अपन कमेन्ट हटाकs बिबाद'क अन्त होय आग्रह ! वोना हम अपन कमेन्ट अखने हटा लेब !
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